☰
Search
Mic
हि
Android Play StoreIOS App Store
Setting
Clock

पितर आरती, जय जय पितरजी महाराज - हिन्दी गीतिकाव्य और वीडियो गीत

DeepakDeepak

श्री पितर आरती

जय जय पितरजी महाराज श्री पितर की सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक है। यह प्रसिद्ध आरती श्री पितर से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों पर गायी जाती है। पितर को पितृ, जो कि परिवार के मृतक पूर्वज होते हैं, के रूप में भी जाना जाता है।

॥ श्री पितर आरती ॥

जय जय पितरजी महाराज,मैं शरण पड़यो हूँ थारी।

शरण पड़यो हूँ थारी बाबा,शरण पड़यो हूँ थारी॥

आप ही रक्षक आप ही दाता,आप ही खेवनहारे।

मैं मूरख हूँ कछु नहि जाणू,आप ही हो रखवारे॥

जय जय पितरजी महाराज।

आप खड़े हैं हरदम हर घड़ी,करने मेरी रखवारी।

हम सब जन हैं शरण आपकी,है ये अरज गुजारी॥

जय जय पितरजी महाराज।

देश और परदेश सब जगह,आप ही करो सहाई।

काम पड़े पर नाम आपको,लगे बहुत सुखदाई॥

जय जय पितरजी महाराज।

भक्त सभी हैं शरण आपकी,अपने सहित परिवार।

रक्षा करो आप ही सबकी,रटूँ मैं बारम्बार॥

जय जय पितरजी महाराज।

Kalash
कॉपीराइट नोटिस
PanditJi Logo
सभी छवियाँ और डेटा - कॉपीराइट
Ⓒ www.drikpanchang.com
प्राइवेसी पॉलिसी
द्रिक पञ्चाङ्ग और पण्डितजी लोगो drikpanchang.com के पञ्जीकृत ट्रेडमार्क हैं।
Android Play StoreIOS App Store
Drikpanchang Donation