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2193 गंगा सप्तमी का दिन Hungnam, Hamgyong-namdo, North Korea के लिए

DeepakDeepak

2193 गंगा जयन्ती

Hungnam, North Korea
गंगा जयन्ती
7वाँ
मई 2193
Tuesday / मंगलवार
गंगा सप्तमी
Ganga Saptami

गंगा सप्तमी पूजा समय

गंगा सप्तमी मंगलवार, मई 7, 2193 को
गंगा सप्तमी मध्याह्न मूहूर्त - 11:02 ए एम से 01:51 पी एम
अवधि - 02 घण्टे 49 मिनट्स
गंगा दशहरा रविवार, जून 9, 2193 को
सप्तमी तिथि प्रारम्भ - मई 07, 2193 को 12:40 ए एम बजे
सप्तमी तिथि समाप्त - मई 08, 2193 को 12:29 ए एम बजे

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Hungnam, North Korea के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

2193 गंगा सप्तमी

गंगा सप्तमी का दिन देवी गंगा को समर्पित है। इस दिन को गंगा पूजन तथा गंगा जयन्ती के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन देवी गंगा का पुनर्जन्म हुआ था।

हिन्दु पौराणिक कथाओं के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन देवी गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। देवी गंगा का प्रवाह इतना तीव्र व शक्तिशाली था कि उसके कारण समूची पृथ्वी का सन्तुलन अनियन्त्रित हो सकता था। अतः देवी गंगा के वेग को नियन्त्रित करने हेतु भगवान शिव ने देवी गंगा को अपनी जटाओं में धारण कर लिया। कुछ समय पश्चात्, भगवान शिव ने देवी गंगा को जटाओं से मुक्त किया ताकि वह भागीरथ के पूर्वजों की श्रापित आत्माओं को शुद्ध करने का अपना उद्देश्य पूर्ण कर सकें।

भागीरथ के राज्य की ओर जाते समय, देवी गंगा के शक्तिशाली प्रवाह एवं प्रचण्ड वेग से ऋषि जाह्नु का आश्रम नष्ट हो गया। अतः ऋषि जाह्नु क्रोधित हो गये तथा उन्होंने गंगा का समस्त जल पी लिया। इस घटना के पश्चात्, भागीरथ समेत सभी देवताओं ने ऋषि जाह्नु के समक्ष क्षमा-याचना कर उनसे देवी गंगा को मुक्त करने का आग्रह किया, ताकि देवी गंगा जनकल्याण के अपने उद्देश्य की पूर्ति कर सकें। सभी देवताओं एवं भागीरथ की प्रार्थना से प्रसन्न होकर जाह्नु ऋषि ने गंगा को अपने कान से प्रवाहित कर मुक्त किया।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, जाह्नु ऋषि ने वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को अपने कान से गंगा को मुक्त किया था। अतः इस कथा के कारण इस दिन को जाह्नु सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है। देवी गंगा को ऋषि जाह्नु की पुत्री जाह्नवी के रूप में भी जाना जाता है।

गंगा सप्तमी पर भक्त देवी गंगा की पूजा करते हैं तथा गंगा नदी में स्नान करते हैं। गंगा सप्तमी के दिन गंगा में स्नान करना अत्यधिक शुभः माना जाता है।

Kalash
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